अमेरिकी सरकार ने नए H-1B वीज़ा आवेदनों के लिए $100,000 का शुल्क लागू किया है, जिसका प्रभाव कुशल श्रमिकों, मुख्य रूप से भारत से, पर पड़ा है। भारत ने मानवीय चिंताओं और संभावित व्यवधानों का हवाला देते हुए इस शुल्क की आलोचना की है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि यह शुल्क नवीकरण या वर्तमान वीज़ा पर लागू नहीं होता है। इसके बावजूद, कुछ अमेरिकी तकनीकी कंपनियों ने अपने H-1B वीज़ा वाले कर्मचारियों को अमेरिका में ही रहने की सलाह दी है। यह कदम दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण व्यापार वार्ताओं के बाद आया है और वीज़ा दुरुपयोग के आरोपों के बीच आया है। भारत के वाणिज्य मंत्री व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका का दौरा करेंगे।
Reviewed by JQJO team
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